हर वर्ष दो नवरात्रि व्रत रखे जाते हैं। मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की उपासना एक चैत्र मास में और दूसरा शारदीय मास में की जाती है।
चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होगा। इस वर्ष चैत्र प्रतिपदा तिथि 22 मार्च 2023, बुधवार को है।
ज्योतिष के मुताबिक पंचक के दौरान किए गए कार्यों में बाधा उत्पन्न होती है और इन 5 दिनों को बहुत ही अशुभ माना जाता है।
चैत्र मास में पंचक 19 मार्च 2023 को सुबह 11.17 मिनट से शुरू होगा 23 मार्च 2023 को दोपहर 02.08 मिनट पर समाप्त होगा।
पंचक के दौरान घर में बाहर से लकड़ी नहीं लानी चाहिए और ना ही लकड़ी से बड़ा कोई भी सामान लाना चाहिए।
पंचक में दक्षिण दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। पंचक के दौरान मकान में रंग रोगन का काम भी नहीं करवाना चाहिए।