23 अगस्त को शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान 3 के विक्रम लैंडर ने चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी। स्पेस के क्षेत्र में भारत के लिए यह एक बड़ी सफलता हैं।
चंद्रयान 3 का बजट हॉलीवुड की कई फिल्मों और बॉलीवुड की आदिपुरुष से काफी कम था। चंद्रयान 3 का बजट 615 करोड़ रुपए था।
आदिपुरुष फिल्म के बजट से भी कम लागत में भारत ने स्पेस का सफर तय किया है। आदिपुरुष का बजट लगभग 700 करोड़ बताया गया जबकि चंद्रयान 3 ने 615 करोड़ रुपए में चाँद पर अपनी हाजिरी दर्ज की।
परमाणु हथियारों को बनाने में विशेष भूमिका निभाने वाले ओपेनहाइमर की बायोग्राफिकल फिल्म की मेकिंग में भी करीब 820 करोड़ रुपए लगे है। भारत के स्पेस मिशन के मुकाबले 195 करोड़ रुपए से बनी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर प्रभावी नहीं साबित हुई।
ग्रेटा गेरविग की फिल्म बार्बी का बजट भी चंद्रयान मिशन से काफी कम था। बार्बी फिल्म जहां करीब 1196 करोड़ के बजट में बनी है, वहीं भारत का स्पेस मिशन सिर्फ 615 करोड़ रुपए में पूरा हुआ है।
क्रिस्टोफर नोलान द्वारा निर्देशित इंटरस्टेलर भी लगभग 1000 करोड़ के बजट में बनाई गई है। यह फिल्म स्पेस पर बेस्ड है।
स्पेस पर बेस्ड ग्रेविटी फिल्म का बजट भी भारत के चंद्रयान-3 मिशन से काफी ज्यादा है। ग्रेविटी फिल्म करीब 825 करोड़ रुपए में बनी है।
क्रिस्टोफर नोलन द्वारा निर्देशित टेनेट भी बजट के मामले में भारत के स्पेस मिशन से काफी ज्यादा महंगी है। टेनेट को 1500 करोड़ से अधिक के बजट में बनाया गया था।