ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, केतु ग्रह राशि परिवर्तन में लंबा समय लगाते हैं। शनि के बाद केतु दूसरे ऐसे ग्रह है, जिन्हें गोचर करने में ज्यादा समय लगता है।
कुंडली में केतु ग्रह से जुड़ा दोष होना शुभ नहीं माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि राहु-केतु का दोष व्यक्ति को कंगाल बना देता है।
केतु दोष की वजह से व्यक्ति को जीवन में लगातार संकटों का सामना करना पड़ता है। इससे बचने के लिए आप केतु ग्रह के मंत्रों का जाप कर सकते हैं।
हिंदू धर्म में मंत्रों को शक्तिशाली माना जाता है। केतु दोष को दूर करने के लिए ‘ॐ कें केतवे नमः।’ का नियमित तौर पर जाप करें।
केतु के इस बीज मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें। ऐसा करने से आपकी कुंडली में केतु ग्रह से जुड़ा दोष दूर हो जाएगा।
कुंडली में केतु ग्रह की कमजोर स्थिति की वजह से अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। खैर, आप केतु से शुभ फल पाना चाहते हैं तो ‘ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नम:।’ का जाप करना शुरू कर दें।
केतु के मंत्रों का जाप माला के साथ करें। माना जाता है कि माला का जाप करने के दौरान मंत्रों को बोलने से शुभ फल की प्राप्ति जल्दी होती है।
इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं। हमारी तरफ से उपरोक्त सूचना की पुष्टि करना संभव नहीं है।
केतु ग्रह के दोष को दूर करने का उपाय यहां हमने जाना। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ