वास्तु शास्त्र घर से लेकर कार्यस्थल के निर्माण को लेकर महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं। यहां तक की वास्तु शास्त्र में ये भी बताया गया है कि कौन सी वस्तु किस स्थान पर रखना सही रहता है।
यदि घर के निर्माण से लेकर वस्तुओं के रखरखाव तक वास्तु के नियमों का सही प्रकार से पालन किया जाए तो व्यक्ति जीवन में सुख-समृद्धि और कामयाबी प्राप्त करता है।
वहीं अगर वास्तु के नियमों को ध्यान में न रखा जाए तो जीवन में एक के बाद एक समस्याएं आने लगती हैं क्या आपको पता है कि आपके घर के फर्नीचर से भी घर की खुशहाली का संबंध होता है।
वास्तु के अनुसार फर्नीचर खरीदते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि फर्नीचर के कोने या किनारे नुकीले नहीं होने चाहिए। गोल किनारों वाला फर्नीचर रखना शुभ माना जाता है।
वास्तु शास्त्र कहता है कि घर में हमेशा लकड़ी का बना फर्नीचर रखना ही शुभ रहता है। लोहे या प्लास्टिक के बने फर्नीचर से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ने लगता है।
घर में पीपल, चंदन और बरगद की लकड़ी का बना हुआ फर्नीचर नहीं रखना चाहिए क्योंकि इन तीनों पेड़ों में को पूजनीय माना गया है। पीपल व बरगद में देवी-देवताओं का वास होता है।
वास्तु के अनुसार यदि फर्नीचर बहुत भारी है, तो उसे घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए और हल्के फर्नीचर को उत्तर-पूर्व दिशा में रखा जा सकता है।