दिवाली पर सजावट करने का खास महत्व होता है। आइए जानते है मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए दिवाली पर मंदिर की किस प्रकार सजावट करनी चाहिए।
दिवाली का त्योहार लोगों को उत्साह और उमंग से भर देता है। इस पर्व पर लोग अपने घर को अच्छे से सजाते है और घर के कोने-कोने में रोशनी के लिए दीपक जलाते है।
दिवाली हर साल की तरह इस साल भी कार्तिक माह की अमावस्या तिथि पर मनाई जा रही है। घर और मंदिर को सजाकर लोग धूमधाम से दिवाली मनाती है।
दिवाली से पहले घर की साफ-सफाई और अन्य तैयारियां शुरु कर दी जाती है। साथ ही, घर और मंदिर को सजाने के लिए लोग लाइट और रंगों से रंगोली बनाने का भी काम करते है।
दिवाली के दिन मंदिर की सजावट करते समय हल्के रंगों का चुनाव ही करना चाहिए। मंदिर के फर्श पर कुछ भी बनाने के लिए हल्के रंग का उपयोग करें।
दिवाली के मौके पर घर में बने मंदिर के पर्दे खरीदने चाहिए। वास्तुनसार, सफेद, हल्की क्रीम, हल्का पीला, आसमानी रंग के पर्दे लगा सकते हैं।
दिवाली के पर्व पर सबसे पहला काम भगवान गणेश और माता लक्ष्मी का चांदी से बना सिक्का रखना चाहिए। आप चाहें को सोने का सिक्का भी रख सकते है।
दिवाली के समय पूजा घर में एकाक्षी नारियल, महालक्ष्मी यंत्र, गोमती चक्र को मंदिर में रख दें। इसके पश्चात देवी देवताओं की मूर्ति और प्रतिमा स्थापित करें। फूल और अक्षत को अर्पित करें।