अवसाद या डिप्रेशन का तात्पर्य मनोविज्ञान के क्षेत्र में मनोभावों संबंधी दुख से होता है। इसे रोग या सिंड्रोम की संज्ञा दी जाती है। अधिकतर यह अवस्था व्यक्ति के प्रेम संबंध को लेकर गंभीर होती है।
दिन भर और खासकर सुबह के समय उदासी। लगभग हर दिन थकावट और कमजोरी महसूस करना। स्वयं को अयोग्य या दोषी मानना। एकाग्र रहने तथा फैसले लेने में कठिनाई होना।
डिप्रेशन के दौरान व्यक्ति को बार बार मृत्यु या आत्महत्या के विचार आता है। यह स्थिति काफी चिंताजनक होती है। इसलिए इससे निकलने के उपाय करना चाहिए।
डिप्रेशन से निकलने के लिए योग और मेडिटेशन करना चाहिए। इससे मानसिक रूप से मजबूत होते हैं और मेडिटेशन डिप्रेशन से बाहर निकलने का अच्छा उपाय है।
प्रकृति और पेड़-पौधों से प्यार करना दिमागी शांति के लिए काफी फायदेमंद है। इससे डिप्रेशन की अवस्था से बाहर निकलने में काफी मदद मिलती है।
एक्सरसाइज करने से हमारे दिमाग में हैप्पी हॉर्मोन्स का उत्पादन बढ़ता है। इससे डिप्रेशन की हालत से निकलने में काफी मदद मिलती है और शरीर भी फिट रहता है।
डिप्रेशन की स्थिति में म्यूजिक सुनना भी एक मददगार टिप है, जो आपके तनाव और अवसाद को कम करने में मदद करता है।