आमतौर पर लोगों को काफी बाद में समझ आता है कि वह डिप्रेशन या एंग्जायटी की चपेट में आ चुके हैं। इस दौरान शरीर में कई लक्षण नजर आते हैं।
जरूरत से ज्यादा या कम सोना भी डिप्रेशन का एक अहम लक्षण है। इससे पता चलता है कि आप मानसिक तौर पर परेशान चल रहे हैं।
अक्सर लोग काम पर फोकस न कर पाने की बात को नजरअंदाज कर देते हैं। हालांकि, यह भी डिप्रेशन का एक अहम लक्षण होता है।
अगर आपको छोटी-छोटी बातों पर घबराहट होती है तो समझ लें कि आप डिप्रेशन की गिरफ्त में आ चुके हैं। इससे बचने के लिए ध्यान और योग करना शुरू कर दें।
डिप्रेशन का सामना करने वाले लोगों की भूख लगने की फ्रीक्वेंसी में बदलाव देखने को मिलता है। इतना ही नहीं, उनके वजन में भी अंतर आ जाता है।
अपनी भावनाओं पर काबू न कर पाना भी डिप्रेशन की निशानी है। इसकी वजह से लोग किसी की छोटी सी बात पर हद से ज्यादा भावुक हो जाते हैं।
शायद आपको भी इस बारे में जानकारी होगी कि डिप्रेशन हद से ज्यादा बढ़ने पर लोगों को आत्महत्या का विचार भी आने लगता है।
यदि आपके स्वभाव में चिड़चिड़ापन बढ़ गया है तो समझ लें कि आप डिप्रेशन का सामना कर रहे हैं। इसके साथ ही, ज्यादा गुस्सा आना भी डिप्रेशन का लक्षण हो सकता है।