दीपोत्सव की शुरुआत धनतेरस से होती है। इस बार 23 अक्टूबर, रविवार को धनतेरस है। इस दिन यमराज की पूजा का विधान है। यहां जानिए महत्व और पूजा विधि
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इस दिन अकाल मृत्यु से बचने के लिए यम की पूजा की जाती है।
धनतेरस के पूजन एवं दीपदान को विधिपूर्वक पूर्ण करने से अकाल मृत्यु से छुटकारा मिल सकता है।
यम के निमित्त आटे का दीपक बनाकर मुख्य द्वार पर रखें। रात में घर की महिला दीपक में तेल डालकर चार बत्तियां जलाएं। दीपक की पूजा करें। भोग लगाएं।
धनतेरस के दिन मुख्यरूप से धन्वतरि की पूजा का महत्व है। इस दिन बर्तन खरीदने का विशेष महत्व है।
जिन परिवारों मे किसी कारण दिवाली केदिन पूजा नहीं होती है, वहां धनतेरस पर पूजा की जाती है।