आइसोफ्लेवोन्स से भरपूर सोया डायबिटीज नियंत्रित करने में कारगर होता है। इसका सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल कम होता है और ग्लूकोज टॉलरेन्स की मात्रा बढ़ती है।
कोलेस्ट्राल
सिर्फ डायबिटीज ही नहीं, सोया की रोटी कोलेस्ट्राल लेवल को भी बढ़ने से रोकती है, जिससे कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा भी कम होता है।
रागी का आटा
डायबिटीज के मरीजों के लिए रागी का आटा काफी फायदेमंद होता है। पॉलीफेनॉल्स से भरपूर रागी में डायटरी फाइबर काफी होता है। इससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है।
ब्लड शुगर कंट्रोल
रागी के आटे में मौजूद मिनरल्स और एमीनो एसिड भी ब्लड शुगर कंट्रोल करने में काफी मदद करते हैं। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों के लिए इसका सेवन काफी गुणकारी माना गया है।
बाजरे का आटा
बाजरे का आटा मधुमेह के मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। दरअसल, बाजरे में मौजूद मैग्नीशियम की भारी मात्रा ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकती है।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स
कच्चे बाजरे में ग्लाइसेमिक इंडेक्स की कम मात्रा भी ब्लड शुगर लेवल को रोकने में मददगार होती है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को खासतौर पर बाजरे की रोटी खानी चाहिए।
चने का आटा
चने के आटे की रोटी भी डायबिटीज में काफी फायदेमंद होती है। इसे खाने से न सिर्फ डायबिटीज का खतरा कम होता है, बल्कि इसे नियंत्रित करने में भी काफी मदद मिलती है।
ग्लूटेन फ्री
चने का आटा ग्लूटेन फ्री होता है, जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने नहीं देता। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी काफी कम होता है, जिसकी वजह ब्लड शुगर लेवल में गिरावट आती है।
ज्वार का आटा
डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए ज्वार का आटा भी काफी लाभकारी होता है। इसमें पाए जाने वाले मैग्नीशियम, प्रोटीन और डायट्री फाइबर्स ब्लड शुगर लेवल को कम करने में सहायक होते हैं।
बरगद के पेड़ के चमत्कारी टोटके से खत्म होगी सभी परेशानी