हालिया अध्ययन की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि गर्मी में ज्यादा ठंडा पानी या बर्फ वाला पानी पीना सेहत पर भारी पड़ सकता है।
सीधे ठंडा पानी पीना और भी हानिकारक होता है,इस दौरान सीधे गर्म से आकर शरीर को ठंडा करने से सर्द-गर्म का प्रभाव पड़ता है।
सर्द-गर्म के अधिकतर मामलें में व्यक्ति तत्काल बीमार पड़ जाते है। इसलिए गर्मियों के मौसम में भी ठंडे पानी के सेवन से तौबा करना चाहिए और इसके जगह मटके का शीतल पानी का सेवन करना चाहिए।
ज्यादा ठंडा पानी पीने की वजह से पाचन तंत्र ठीक तरह काम नहीं कर पाता है। दरअसल, ठंडा पानी के कारण रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिसके कारण पेट तक पर्याप्त रक्त नहीं पहुंच पाता।
ठंडा पानी पीने से गला भी खराब हो सकता है। ठंडा पानी पीने से रेस्परटरी म्यूकोस का निर्माण हो सकता है,जो रेस्परटरी ट्रैक की सुरक्षात्मकता को प्रभावित करता है इससे इन्फेक्शन भी हो सकता है।
हालिया अध्ययन की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि ठंडा पानी पीने से वैगस तंत्रिका उत्तेजित हो जाती है। इसके कारण हार्ट रेट घट जाती है। गर्मियों में ज्यादा ठंडे पानी का सेवन नहीं करना चाहिए।
ठंडा पानी पीने से आपकी बाडी को तापमान कंट्रोल करने के लिए अतिरिक्त ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है। जाहिर है इस ऊर्जा का इस्तेमाल भोजन पचाने और पोषक तत्वों को अवशोषित करने के लिए किया जाता है।