स्फटिक श्रीयंत्र घर पर लाएं और दीपावली पर निशीथ काल में उसे पंचामृत और गंगाजल से स्नान कराकर धूप-नैवेद्य चढ़ाकर मां लक्ष्मी के मंत्र का जाप करें।
कमल गट्टे की माला खरीद लें और उस माला से मां लक्ष्मी के मंत्र का जाप करें। नित्य न कर पाएं तो हर शुक्रवार करें। मां लक्ष्मी प्रसन्न होगी।
दिवाली से रोज घर में सुबह-शाम भगवान की आरती का नियम बना लें। सुबह-शाम आरती होने और दीपक जलने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
जो स्त्री गाय के प्रति श्रद्धा रखती है और भोजन बनाते समय भोग निकालती है। कभी-कभी हरे चारे का प्रबंध करती है तो गाय के माध्यम से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।
जितनी भूख और क्षमता हो उतना ही भोजन बनाएं और खाएं। जिस घर में अनाज का अपमान होता है और अन्न छोड़ा जाता है, वहां लक्ष्मी जी नहीं रुकती हैं।