किसी भी स्थान के लिए वास्तु का पालन किया जाना चाहिए चाहे वह एक स्वतंत्र घर हो या एक फ्लैट। छोटी से छोटी वस्तु भी आपके घर में ऊर्जा के प्रवाह को बदल सकती है।
खिड़कियां आपके घर में बहने वाली ऊर्जा को काफी हद तक प्रभावित कर सकता है। वास्तु परंपरा के अनुसार, खिड़कियों को सही ढंग से रखना महत्वपूर्ण है।
यदि आप उत्तर पूर्व या पूर्व दिशा में खिड़की लगाते हैं, तो वह बड़ी होनी चाहिए। इससे आपके घर में ताजी हवा और सूर्य की प्रचुर मात्रा तो मिलेगी साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का भी प्रवाह रहेगा।
वास्तु शास्त्र के अनुसार खिड़कियों के पल्ले अंदर की ओर खुलने वाले होने चाहिए। और खिड़कियां दो पल्ले वाली होनी चाहिए। इससे आपके घर के अंदर ऊर्जा का प्रवाह बाहर से अंदर की हो रहा है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दक्षिण पश्चिम दिशा में खिड़की होने से स्वास्थ्य में परेशानी होती है। इस वजह से इस दिशा में खिड़की लगाना वर्जित है।
यदि आप पश्चिम या दक्षिण दिशा में खिड़कियां बनाना चाहते हैं, तो इन दिशाओं में छोटी खिड़कियां रखना सबसे अच्छा है। पश्चिम दिशा या दक्षिण दिशा में खिड़कियां नहीं बनानी चाहिए।
घर की खिड़कियों को सकारात्मकता का स्रोत माना जाता है, जिससे घर की उन्नति होती है। सम संख्या में खिड़कियों को लगवाएं। घर में खिड़कियों की संख्या 4, 6, 8, 10 जैसी सम संख्या में होनी चाहिए।