पानी हमारे जीवन के लिए कितना ज़रूरी है, यह हम सब जानते हैं। यह शरीर को हाइड्रेट रखने के साथ कई तरह की बीमारियों से भी बचाता है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसर, दिनभर में आठ से दस गिलास पानी पीना बेहद ज़रूरी है। पर्याप्त पानी पीने के साथ-साथ हमें उसका सही तरीका भी पता होना चाहिए।
खड़े होकर पानी पीने से ज़रूरी पोषक तत्व और विटामिन लिवर और पाचन तंत्र तक नहीं पहुंचते। इस कारण आक्सीजन स्तर गड़बड़ाने से फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है।
खड़े होकर पानी पीने से पाचन तंत्र को भी नुकसान पहुंचता है। ऐसा करने से यह बड़ी तेजी से भोजन नली से होकर सीधे पेट के निचले हिस्से पर जा गिरता है। इससे बदहजमी बढ़ती है।
ऐसा पाया गया है कि हमारी किडनी उस वक्त बेहतर तरीके से फिल्टर करती हैं, जब हम बैठे होते हैं। ऐसे में जब खड़े होकर पानी पीते हैं तो इससे उसे नुकसान पहुंचता है।
खड़े होकर पानी पीने से तरल पदार्थ बिना फिल्टर हुए सीधे पेट के निचले हिस्से में चला जाता है। इससे पानी में मैजूद अशुद्धियां मूत्राशय में जम जाती हैं और गुर्दे को नुकसान पहुंचाती हैं।
जब खड़े होकर गटागट पानी पी जाते हैं, तो इससे नसें तनाव की स्थिति में आ जाती हैं, तरल पदार्थ का संतुलन बिगड़ता है। यह जोड़ों में तरल पदार्थ भी जमा करता है, जिससे गठिया हो जाता है।
कुर्सी पर बैठकर पानी पिएं, पीठ को सीधा रख पानी पिएं। इससे पोषक तत्व दिमाग़ तक पहुंचते हैं और मस्तिष्क गतिविधि में सुधार आता है। इससे पाचन में भी सुधार आता है।