आम में विटामिन सी की उच्च मात्रा होती है। यह शरीर में लो डेनसिटी वाले लिपोप्रोटीन को कम करने में मददगार होता है। लिपोप्रोटीन को खराब कोलेस्ट्रॉल माना जाता है, इसे रोकता है।
आम के रस में पोटेशियम की पाया जाता है मात्रा होती है। इसकी वजह से आपका बीपी कंट्रोल करने में आम का रस सहायक होता है। जिससे आपको स्ट्रोक, हार्ट अटैक व अन्य रोग होने की संभावना कम रहती है।
आम जूस में कैरोटेनॉयड्स और विटामिन ए काफी मात्रा में पाई जाती है, जो सीधे तौर पर आपकी आंखों की रोशनी के लिए बेहतर होती है। इसके सेवन से मोतियाबिंद होने की संभावना भी कम हो जाती है।
आम के जूस से विटामिन सी प्राप्त होता है। आम के जूस से विटामिन सी की करीब 60 फीसदी आवश्यकता को पूरा किया जा सकता है। यह इम्यूनिटी पावर को बेहतर करता है।
हालांकि आम के रस में आयरन की मात्रा बहुत अधिक नहीं है, लेकिन यह लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ावा देने और एनीमिया के लक्षणों को रोकने में सहायक हो सकता है।
आम का रस प्रकृति रुप में एलकलाइन (क्षारीय) होता है। इसकी वजह से ये आम का जूस आंतों की एसिडिटी के स्तर को संतुलित करने में मदद कर सकता है। आम शरीर के पीएच को संतुलित करता है।
एक्सपर्ट की मानें तो पाचन क्रिया को बेहतर करने के लिए आप आम के जूस का सेवन कर सकते हैं। इसमें रेचक गुण होते हैं। इससे पाचन क्रिया बेहतर होती है और गैस, कब्ज नहीं होती।