जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हर व्यक्ति के शरीर में दो किडनी होता है, जो मुख्य रूप से यूरिया, क्रिएटिनिन, एसिड आदि जैसे नाइट्रोजन युक्त अपशिष्ट पदार्थों को रक्त में से छानने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
लाखों लोग विभिन्न प्रकार के गुर्दे की बीमारियों के साथ रह रहे हैं और उनमें से अधिकांश लोगों को पता नहीं होता। यही कारण है कि किडनी की बीमारी को साइलेंट किलर के रूप में जाना जाता है।
अक्सर लोग इसे इग्नोर करते हैं जिसका खामियाजा बाद में भुगतना पड़ता है। आइए इसके कुछ शुरुआती संकेतों के बारे में हम आपको बताते हैं।
जैसे जैसे गुर्दे अपना काम करना बंद कर देते हैं शरीर में गड़बड़ी होने लगती है और शरीर में नमक जमने लगता है। जिसके कारण पैरों में सूजन जैसी समस्याएं होने लगती है।
गुर्दे की बीमारी का एक सामान्य लक्षण है शुरुआत में थकावट का होना। जेसे जेसे गुर्दे की खराबी बढ़ती जाती है यह लक्षण और अधिक स्पष्ट होता जाता है।
यूरिया, क्रिएटिनिन, एसिड जैसे विषाक्त पदार्थों के जमा होने से व्यक्ति की भूख में कमी होने लगती है। साथ ही गुर्दे की बीमारी के साथ स्वाद में भी बदलाव होने लगता है।
किडनी के खराब होने के शुरुआती लक्षण में से एक है सुबह उल्टी और मचली का होना। साथ ही इसका पता तब चलता है जब रोगी सुबह बाथरूम में अपने दांतों को ब्रश करता है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य जानकारी पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।