हाई यूरिक के मरीजों को डाइट में एक कच्चा फल शामिल करना चाहिए। यूरिक एसिड कंट्रोल करने वाला यह फल 12 महीने उपलब्ध रहता है।
यूरिक एसिड शरीर में पाया जाता है, जो प्यूरीन से बनता है, जो किडनी की मदद से बाहर निकल जाता है। लेकिन कई बार यूरिक एसिड ज्यादा होने के कारण किडनी फिल्टर नहीं कर पाता है। इस कारण जोड़ों में तेज दर्द होता है।
यूरिक एसिड की समस्या जड़ से खत्म नहीं होती है। लेकिन इसे कंट्रोल किया जा सकता है। यूरिक एसिड को एक कच्चा फल कंट्रोल कर सकता है।
फल का नाम पपीता है। शरीर में मौजूद यूरिक एसिड को शरीर से बाहर करने में मदद करता है, जिससे जोड़ों का दर्द कम होता है।
कच्चा पपीता पोषक तत्व प्रचुर पाया जाता है। पपीते में उच्च फाइबर, मैग्नीशियम, कैल्शियम, विटामिन्स, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
यूरिक एसिड के मरीजों को कच्चा पपीता सुबह खाली पेट खाना चाहिए। पपीता किसी भी समय खाया जा सकता है, लेकिन सुबह का समय ज्यादा अच्छा माना जाता है।
रोजाना सही मात्रा में कच्चा पपीता खाने से यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है। यह फल जोड़ो में होने वाले दर्द से राहत दिलाता है।
यूरिक एसिड वालों को डाइट में कच्चा पपीता शामिल करना चाहिए। हेल्थ की और खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ