सोमवार यानी आज की रात तक एकादशी रहेगी। सोमवार को एकादशी का व्रत रखें , क्या है महत्व जानें हम बताते हैं आपको।
पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है।
एकादशी करने वालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं। परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं। इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है।
धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है। कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है।
एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं। एकादशी व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है।
विष्णु सहस्त्र नाम का पाठ नहीं कर सकते हैं तो 10 माला गुरु के दिए मंत्र का जप कर लें l
अगर घर में झगडे़ होते हों, तो शांत हों जाए ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l
एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी व्रत न रखें।
चावल का तो त्याग करना चाहिए। एकादशी के दिन जो चावल खाता है, धार्मिक ग्रन्थ में एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है।
हर रोज नई नई टिप्स पढ़ने के लिये naidunia.com को फालो कीजिए।