हर साल मानसून के मौसम में पिंक आई या कंजंक्टिवाइटिस फ्लू देखने को मिलता है। इस फ्लू को लेकर कई भ्रामक बातें भी की जाती है। आज हम आपको बताएंगे आई फ्लू से जुड़े तथ्यों के बारे में।
कंजंक्टिवाइटिस होने पर आंखों में दर्द, सूजन, रेडनेस और जलन महसूस होती है। यह इंफेक्शन आसानी से फैल सकता है और यह एक माइल्ड इंफेक्शन है।
आई फ्लू को लेकर कई प्रकार के मिथक भी फैल रहे है। कई लोगों का तो यह भी कहना है कि यह सिर्फ आंखों में देखने से भी फैलता है। आइए जानते है।
आई फ्लू होने पर किसी की आंखों में देखने मात्र से संक्रमण नहीं फैलता है। कंजक्टिवाइटिस आंखों से निकलने वाले तरल पदार्थों से सीधे संपर्क में आने से फैलता है।
यह भी पूरी तरह सच नहीं है कि कंजक्टिवाइटिस के मामले बच्चों में तेजी से फैलता है। आई फ्लू किसी भी उम्र के व्यक्ति को कभी भी हो सकता है।
गंदे हाथों से आंखों को छूने से यह बीमारी फैल सकती है। इसके अलावा अन्य कारणों से भी आप आई फ्लू की चपेट में आ सकते है।
यह भी एक मिथक है कि आई फ्लू का कोई इलाज नहीं है। आई फ्लू एक माइल्ड इंफेक्शन है, जो अपने आप ही ठीक हो जाता है। बाकी आंखों में आराम के लिए आप आई ड्रॉप का उपयोग कर सकते हैं।
लाल आंखें होने का मतलब सिर्फ यही नहीं है कि आप आई फ्लू का शिकार हो गए है। यह ड्राई आई सिंड्रोम, एलर्जी और जलन पैदा करने वाले तत्व भी आंख के सफेद हिस्से के लाल होने का कारण बन सकते हैं।