फाल्गुन माह में हर साल फुलेरा दूज का त्योहार मनाया जाता है। आइए जानते है इस पर्व पर शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने से क्या-क्या लाभ मिलेगा?
देवकीनंदन भगवान श्री कृष्ण और मां राधा को समर्पित फूलेरा दूज का त्योहार फाल्गुन माह में मनाया जाता है। फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर यह पर्व मनाया जाता है।
फुलेरा दूज इस साल 12 मार्च 2024 को मनाई जाने वाली है। इस दिन फूलों की होली खेली जाती है, वृंदावन और बरसाने में भी इस दिन काफी धूम रहती है।
फुलेरा दूज के पर्व पर राधा रानी और भगवान श्री कृष्ण के साथ-साथ माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा भी की जाती है। साथ ही, शिव तांडव स्तोत्र के पाठ से भी कई परेशानियां दूर होती है।
महापंडित दशानन रावण द्वारा रचित शिव तांडव स्तोत्रम का जाप बेहद लाभकारी माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस स्तोत्र के जाप से शिव जी की असीम कृपा प्राप्त होती है।
फूलेरा दूज के दिन शिव तांडव स्तोत्रम का पाठ करने से वैवाहिक जीवन की सभी समस्याएं खत्म होती है। साथ ही, शिव जी की कृपा से आपका परिवार भी फलता-फूलता है।
शिव तांडव स्तोत्रम के पाठ से कालसर्प दोष और कालसर्प योग से भी छुटकारा मिलता है। साथ ही, इस स्तोत्र के जाप से जातक की सभी इच्छाएं पूर्ण होती है।
शिव तांडव स्तोत्रम के पाठ से कुंडली में शनि के दुष्प्रभाव भी कम होते है। इस स्तोत्र के जाप से शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती में भी राहत मिल सकती है।
फुलेरा दूज से जुड़ी यह स्टोरी आपको जानकारी पूर्ण लगी तो ऐसी ही धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें naidunia.com