जगदलपुर में तीरथगढ़ झरने के करीब जंगल में गहरी खाई में स्टैलेक्टाइट्स और स्टैलेग्माइट्स की सबसे शानदार संरचनाएं हैं।
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में कुटुमसर गुफाएं हैं। यह गुफाएं आनुवंशिक रूप से अंधी मछलियों की एक विशेष प्रजाति का घर भी है।
सिंघनपुर अपनी प्राचीन गुफाओं के लिए सबसे लोकप्रिय है। यहां पृथ्वी पर सबसे पुरानी मूर्तियों की मेजबानी करने का गौरव प्राप्त है।
सीताबेंगरा गुफा या देवी सीता का निवास स्थान पौराणिक स्थलों में से एक है। इस गुफा को विश्व की सबसे प्राचीनतम नाट्यशाला माना जाता है।
जोगीमारा गुफाओं की प्राचीनतम भित्तियों पर कई तरह के चित्र अंकित है। मान्यता है कि देवदासी सुतनुका ने इन भित्तिचित्रों का निर्माण करवाया था।
कबरा पहाड़ की गुफाएं घनी झाड़ियों तथा वृक्षों से घिरा हुआ रायगढ़ का दुर्गम स्थान है। कबरा पहाड़ के शैलाश्रय पुरातात्विक स्थल हैं।
रामगढ़ की पहाड़ियों का गौरव इसलिए अधिक है, क्योंकि कालिदास की विख्यात रचना मेघदूतम ने यहीं आकार लिया था।