आमतौर पर कुछ लोगों का स्वभाव हद से ज्यादा चिड़चिड़ा होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ऐसे व्यवहार के पीछे कुछ कारण जिम्मेदार होते हैं।
चिड़चिड़ापन बढ़ने की एक वजह डिप्रेशन भी है। जब व्यक्ति का तनाव हद से ज्यादा बढ़ जाता है तो वह डिप्रेशन में चला जाता है और इसकी वजह से ही स्वभाव चिड़चिड़ा होता है।
जिन लोगों को रात में सही से नींद नहीं आती है उनके शरीर में नींद की कमी हो जाती है। नींद की कमी के कारण भी व्यक्ति के स्वभाव में चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है।
ज्यादातर महिलाओं के चिड़चिड़ेपन की वजह हार्मोनल असंतुलन होता है। इसकी वजह से स्वभाव में चिड़चिड़ापन काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
चिड़चिड़ापन ज्यादा बढ़ना पाचन संबंधी समस्याओं का संकेत भी हो सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पाचन तंत्र के सही से काम न करने पर भी व्यक्ति चिड़चिड़ा ज्यादा हो जाता है।
जिन लोगों को छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ापन महसूस होता है उन्हें माइग्रेन रोग का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, माइग्रेन की वजह से चिड़चिड़ापन भी बढ़ने लगता है।
जिन लोगों के अंदर आयरन की कमी होती है उनका स्वभाव भी काफी ज्यादा चिड़चिड़ा हो जाता है। ऐसे लोगों को समय रहते इसकी कमी को शरीर से दूर करना चाहिए।
व्यवहार में चिड़चिड़ापन हद से ज्यादा बढ़ गया है तो आपको मानसिक थकान की समस्या हो सकती है। मेंटल हेल्थ के बिगड़ने पर भी व्यक्ति के स्वभाव में चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है।