नागा साधु निर्वस्त्र रहते है, यह उनकी ईश्वर के प्रति निस्वार्थ साधना का एक हिस्सा होता है। आज हम आपको बताएंगे कि क्या महिला नागा साधु निर्वस्त्र रहती हैं?
महिला नागा साधुओं का जीवन काफी अलग होता है। पुरुष नागा साधुओं में और महिला नागा साधुओं में काफी अंतर होता है।
कई लोगों के मन में नागा साधु शब्द सुनकर बिना कपड़े वाले बाबा की तस्वीर बनती है। लेकिन महिला नागा साधु निर्वस्त्र नहीं रहती है। उन्हें कपड़े पहनने की छूट होती है।
महिला नागा साधुओं को सिर्फ एक रंग का ही वस्त्र पहनने की इजाजत होती है। इसके अलावा वह अपने माथे पर तिलक जरूर लगाती है।
महिला नागा साधु गेरुआ रंग का वस्त्र धारण करतीहै। इन साधुओं को अन्य दूसरी साध्वियां माता कहकर बुलाती है। महिला नागा साधुओं को अवधूतानी, नागिन कहकर भी संबोधित किया जाता है।
महिला नागा साधु कुंभ और महाकुंभ जैसे पर्वों पर तपस्या के लिए घाट के पास आती है। इसी के दौरान वह पवित्र नदियों में स्नान करती हैं और जल्द गायब हो जाती है। इसी दौरान महिला नागा साधुओं के दर्शन हो पाते है।
महिला नागा साधु जंगल,गुफाओं और पर्वतों में रहकर भगवान का ध्यान करती हैं। यह महाकुंभ या कुंभ के पर्व के समय पवित्र नदियों के जल से स्नान करके गायब हो जाती हैं।
सोशल मीडिया पर जहां हर व्यक्ति और उससे जुड़ी लगभग हर सामग्री उपलब्ध है। वहीं महिला नागा साधुओं की बहुत ही कम तस्वीरें सोशल मीडिया पर होंगी।