मेथी के पत्तों का साग बनाया जाता है और इसके दानों का सब्जी या दाल में इस्तेमाल किया जा ता है। ऐसा माना जाता है कि इसे आयुर्वेद में एक बेहतर जड़ी बूटी माना गया है।
अगर आपके पेट में हमेशा गैस बनती है या फूला-फूला रहता है, तो आपको सुबह खाली पेट भीगी हुई मेथी का सेवन करना चाहिए। इससे आपको एसिडिटी से राहत मिल सकती है।
मेथी दाना ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में सहायक है। डायबिटीज के रोगियों को मेथी के पानी का सेवन करने से काफी फायदा होता है।
भीगी हुई मेथी का सेवन पाचन को बढ़ावा देने और गैस्ट्राइटिस को दूर रखने के लिए भी अच्छा है। कब्ज, एसिडिटी, ब्लोटिंग जैसी पेट की समस्याओं से बचने के लिए आपको इसका सेवन करना चाहिए।
मेथी के बीज गर्म प्रकृति के होते हैं। यही वजह है कि यह कफ में लाभदायक हैं। जिन्हें कफ ज्यादा बनता है, वो मेथी दाना किसी भी रूप में खा सकते हैं । पित्त या अग्नि वाले लोगों को मेथी का पानी पीना चाहिए।
कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ना दिल की बीमारियों और हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ा सकता है। नसों को साफ रखकर दिल के रोगों से बचने के लिए आपको मेथी के बीजों को भिगोकर या अंकुरित करके खाना चाहिए।
मेथी का उपयोग सदियों से एक ऐसे पदार्थ के रूप में भी किया जाता रहा है, जो ब्रेस्ट फीड कराने वाली माताओं में दूध का उत्पादन बढ़ा सकता है।