किसी भी रिलेशनशिप को ईगो यानि अहम बिगाड़ देता है। ईगो को पाले रखना धीरे-धीरे आदत बन जाती है। हेल्दी रिलेशन में इसकी कोई जगह नहीं होती है। ईगो को दूर फेंक दें और रिश्ते को बेहतर बनाएं।
साथी की बात सुनना एक अच्छी आदत है। जब साथी अपने दिल की बात कर रहा हो, तो उसकी बात सुने। आपका ध्यान अपने साथी की बात पर होना चाहिए।
ऐसा कभी भी ना सोचें कि मैं तुमसे प्यार करता/करती हूं, कहने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि आपके साथी को पहले से पता होना चाहिए कि आप क्या महसूस करते हैं।
अगर आपका पार्टनर हमेशा आपकी हां में हां मिलाता है और अपनी बात नहीं रखता है, तो यह हेल्दी हैबिट नहीं है। एक ही बात पर दोनों का अपना ओपिनियन रखना आवश्यक है।
पार्टनर के हंसने में उसका साथ दें। इससे आपका रिश्ता और भी मजबूत होगा। रिश्ते की बेहतरी में एकल हंसी के मुकाबले साझा हंसी कहीं ज्यादा बेनिफिशियल है।
आपका विवाह हुए कितना ही समय क्यों न हो गया हो, उसके साथ फ्लर्ट करें। फ्लर्ट करने का अपना ही एक अलग एहसास होता है। आप दूसरों को अपने बारे में अच्छा महसूस करवा सकते हैं।