जब कभी भी पत्नी ग़ुस्से में रहे, तब आप भरसक कोशिश करें कि शांत रहें। जब एक ग़ुस्सा हो और दूसरा शांत रहे, तो बात बिगड़ने से बच जाती है।
पत्नी को मान-सम्मान देना भी ज़रूरी होता है। कई बार पति द्वारा बात-बात पर पत्नी की उपेक्षा या फिर अवहेलना करना, उसकी नाराज़गी बढ़ा देता है। अपने इस रवैये पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
जीवनसाथी के जन्मदिन, शादी की सालगिरह और उससे जुड़े ख़ास दिन व तारीख़ों को ध्यान रखना, पत्नी की नाराज़गी से बचने का अचूक उपाय है। खासकर पत्नी का जन्मदिन और वेडिंग एनिवर्सरी।
कभी-कभी बिना वजह गिफ्ट, कोई खास तोहफा या फिर ख़ूबसूरत-सा सरप्राइज भी पत्नी को ख़ुश करने और उनकी नाराजगी को दूर करने में कारगर साबित होता है।
ग़ुस्सैल पत्नी को हैंडल करने के लिए जरूरी है कि घर के महत्वपूर्ण निर्णयों में उन्हें भी शामिल करें। पति अक्सर उन्हें जरूरी फैसलों में पत्नी को शामिल नहीं करते। ऐसे में पत्नियां उपेक्षित महसूस करती हैं।
पतियों की सकारात्मक सोच पत्नी के ग़ुस्से को दूर करने में मददगार होती है। पत्नी कितनी भी एंग्री मूड में हों, अगर आप धैर्य और पॉजिटिव एटीट्यूड रखते हैं, तो सिचुएशन को हैंडल करने में आसानी होती है।
कभी अपने हाथों से कुछ स्पेशल डिश बनाकर वाइफ को खिलाएं। वीकेंड पर एक दिन किचन की जिम्मेदारी आप संभाल लें। इससे पत्नी हफ्ते भर ख़ुश और एनर्जेटिक महसूस करेगी।
हर बात पर पत्नी को टोकना नहीं चाहिए। हर बात पर टोकने से महिलाओं में गुस्सा भरता रहता है और एक दिन पूरा गुस्सा बाहर आ जाता है। इसलिए विशेष बात पर ही उन्हें टोकें।