मनुष्य जीवन में हमें पाप कर्मों से दूर रहने की शिक्षा दी जाती है, मान्यता है कि धरती पर किए पापों की सजा नर्क में भुगतनी होती है।
गरुड़ पुराण में हर तरह के पापों के लिए अलग-अलग सजा बताई गई है। चोरी करना, शराब पीना और अवैध संबंध को लेकर भी सजा बताई गई है।
चोरी करने से सारे पुण्यकर्म नष्ट हो जाते हैं और वह महापानी हो जाता है, ऐसे व्यक्ति को तामिस्त्र नाम के नर्क में सजा भोगनी पड़ती है।
शराब पीने वाले से ईश्वर कभी प्रसन्न नहीं होते और जीवन में परेशानी आती हैं। ऐसे व्यक्ति को विलेपक नाम के नर्क में यातनाएं भुगतना होती हैं।
गरुड़ पुराण के अनुसार अवैध संबंध या किसी महिला के साथ दुष्कर्म करने वाला अगले जन्म में नपुंसक हो जाता है।
पति को छोड़ दूसरे से पुरुष से प्रेम करने वाली महिला को यमलोक में दहकते व्यक्ति के साथ आलिंगन करना होता है। उसे छिपकली या चमगादड़ का जन्म मिलता है।