5 मई को बुद्ध जयंती है। महात्मा बुद्ध के विचार आज भी हमें जीवन जीने का तरीका सिखाते हैं।
शक करने की आदत बहुत खतरनाक होती है। शक लोगों को अलग कर देता है। ये आदत पति-पत्नी, दोस्ती और दो प्रेमियों का प्रेम खत्म कर सकती है।
क्रोधित व्यक्ति स्वार्थी होता है। वह अपनी बात मनवाने की कोशिश करता है।
ईर्ष्या और नफरत की भावनाएं जीवन में खुशी हासिल नहीं करने देती है। ये भावनाएं हमारे मन की शांति खत्म कर देती हैं।
क्रोध को पाले रखना, गर्म कोलये को किसी और पर फेंकने के लिए पकड़े रहने के समान है। इसमें हमारा हाथ भी जलता है।
एक जलते हुए दीपक से हजारों दीपक रोशन किए जा सकते हैं। फिर भी उस दीपक की रोशनी कम नहीं होती है। उसी तरह खुशियां भी बांटने से बढ़ती है, कम नहीं होती।
नफरत से नफरत कभी खत्म नहीं हो सकती। नफरत को केवल प्यार द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है। यह एक प्राकृतिक सत्य है।
खुशियों का कोई अलग रास्ता नहीं है। खुश रहना ही रास्ता है।