क्या इंसान का भाग्यशाली होना ईश्वर का उपकार या फिर ये हमारे द्वारा किए गए कर्मों से तय होता है? कुछ लोग इसे अलग अंदाज से देखते हैं।
लकी बनने के लिए कुछ किताबें पब्लिश हुई थी, जिसके लेखक न्यूरोलॉजिस्ट जेम्स ऑस्टिन ने लिखा था। उसमें लकी बनने के लिए चार चीजों को बताया गया है।
इस किताब को लेकर लेखक और उद्यमी ने साहिल ब्लूम ने ट्वीटर पर एक चर्चा शुरू की थी। कई बार आपने ब्लाइंड लक शब्द का इस्तेमाल लोगों को करते हुए सुना होगा।
ये शब्द सुनने में पूर्णतः संयोग से मिली सफलता जैसा लगता है। इस तरह का लक तब काम करता है जब आपके हाथ कोई बड़ी लॉटरी लग जाए।
साहिल ब्लूम का कहना है कि 'लक फॉर मोशन' की बात करें तो इस पर काफी हद तक हमारा कंट्रोल रहता है। इस तरह का लक हमारी ऊर्जा से पैदा हुई गति से होता है।
साहिल ब्लूम का कहना है कि 'लक फॉर मोशन' की बात करें तो इस पर काफी हद तक हमारा कंट्रोल रहता है। इस तरह का लक हमारी ऊर्जा से पैदा हुई गति से होता है।
एक क्लासिक स्टडी ने पहली बार यह बताया है कि भाग्य न केवल संयोग, बल्कि व्यवहार से भी गहरा ताल्लुक होता है।
इसमें साहिल ब्लूम कहते हैं कि यदि आप जागरूक हैं तो लक को मिलों दूर से देख सकते हैं। इससे आप भाग्यशाली बन सकते हैं।
इसमें लेखक ने लिखा है कि जीवन में हर एक इंसान के अनुभव एक समान नहीं रहते हैं। यदि ऐसा हुआ तो आप एक जैसे ही कनेक्शन बनाएंगे।