देवताओं के गुरु बृहस्पति एक निश्चित अवधि के बाद अपना राशि परिवर्तन करते रहते हैं। गुरु के राशि परिवर्तन का असर सभी राशियों के ऊपर देखने को मिलता है।
गुरु के राशि परिवर्तन का असर मानव जीवन पर भी पड़ता है। क्योंकी, पूरे 1 साल तक गुरु एक ही राशि में विराजमान रहते हैं और दोबारा आने में 12 महीने का समय लगता है।
गुरु बता दें कि गुरु इस समय मेष राशि में विराजमान हैं। वहीं 1 मई को तक वो इसी राशि में स्थित रहने वाले हैं।
गुरु के उल्टी चाल से कुछ राशियों को बंपर लाभ मिलने वाला है। आइए उन राशियों के बारे में हम आपको विस्तार से बताते हैं जो इनाम पाएंगे।
गुरु कर्क राशि में एकादश भाव में वक्री हो रहे हैं। इस समय आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। लंबे समय से आपके रुके हुए काम पूरे हो जाएंगे।
गुरु कर्क राशि में एकादश भाव में वक्री हो रहे हैं। इस समय आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। लंबे समय से आपके रुके हुए काम पूरे हो जाएंगे।
गुरु इस राशि के सप्तम भाव में वक्री होने जा रहे हैं। व्यापार में उन्नति के योग बन रहे हैं। इस समय बिजनेस में पूंजी लगाना लाभकारी हो सकता है।
धनु राशि वालों के लिए भी गुरु वक्री अवस्था में षष्ठ भाव में रहेंगे। आपको हर क्षेत्र में तरक्की मिलने के आसार हैं। लंबे समय से रुके हुए कार्य पूरे होंगे।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।