ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से धन, वैभव, सुख, विवाह आदि के कारक माने जाने वाले गुरु का एक निश्चित अंतराल के बाद राशि परिवर्तन होता है। वह 1 मई को वृषभ में आ चुके हैं।
गुरु के वृषभ में आने से विपरीत राजयोग का निर्माण हो चुका है, जिसके कारण वो 2025 तक इसी में विराजमान रहेंगे। यह काफी फायदेमंद और लाभकारी साबित हो सकता है। आइए उसके बारे में जानते हैं।
गुरु के अब वृषभ में ही चाल बदलने से करुण राजयोग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष के मुताबिक जब छठे, आठवें और बारहवें भाव के स्वामी जब अपनी राशि में जाते हैं तो यह योग बनता है।
इस राजयोग का बनना काफी शुभ माना जा रहा है। इससे कई राशियों की लाभ मिलने की संभावना है आइए उनके बारे में जानते हैं।
गुरु सिंह राशि में अष्टम भाव में विराजमान हो गए हैं जिसे गुप्त धन का भाव भी कहा जाता है। इसके साथ ही विपरीत राजयोग का निर्माण भी हो रहा है।
गुरु का वृष में गोचर आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है। विदेश से धन लाभ के योग बन रहे हैं और वाहन आदि खरीदने के योग्य भी बनेंगे।
कर्क राशि के लोगों के लिए विपरीत राजयोग काफी शुभ होने वाला है। इस राशि में शुक्र सातवें भाव में गोचर कर रहे हैं। इस राजयोग को व्यापार से भी जोड़ा गया है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।