बालों को लेकर पुरुष सहित महिलाएं काफी संवेदनशील होते हैं। क्योंकि बालों का सीधा प्रभाव उनकी पर्सनल्टी पर पड़ता है। खासतौर से महिलाएं अपने बालों को लेकर काफी चिंतित रहती हैं।
तनाव कई बीमारियां घेर लेती हैं। तनाव बालों की ग्रोथ पर भी असर डालता है। स्ट्रेस लेने के कारण टेलोजन एफ्लुवियम ट्रिगर हो जाता है। इससे हमारे बाल टेलोजन फेज में चले जाते हैं। बालों की ग्रोथ 30प्रतिशत रूक जाती है।
बढ़ती उम्र का असर संपूर्ण स्वास्थ्य पर पड़ता है। अक्सर बढ़ती उम्र में बालों की ग्रोथ नहीं होती है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ एनाजेन फेज छोटा हो जाता है, जिससे फॉसिल्स बनने बंद हो जाते हैं।
दो मुंहे बालों के कारण भी बाल लंबे नहीं होते हैं। रूखे बालों में यह समस्या अधिक होती है। बालों को पर्याप्त न्यूट्रियंट्स नहीं मिलने के कारण बालों का मॉइश्चर लेवल बैलेंस नहीं हो पाता है।
सही डाइट न लेने की वजह से भी बालों का विकास नहीं होता है। बालों को आवश्यक पोषक तत्वों की जरूरत होती है, जो खाने द्वारा उन्हें प्राप्त होते हैं।
सही से देखभाल न करने से बाल लंबे नहीं होते हैं। बालों को सही तरीके से न धोना, जरूरत से ज्यादा हीट प्रोडक्ट का उपयोग करना, बालों में केमिकल चीजों का इस्तेमाल बालों को नुकसान पहुंचाती हैं।