पीपल के वृक्ष को देव वृक्ष भी कहा जाता है। हिंदू धर्म में ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति पूरी श्रद्धा के साथ इस वृक्ष की सेवा करता है उसे जीवन में हर पथ पर लाभ मिलता है
जिंदगी में यदि आपका कोई दुश्मन है और आप उसे हराना चाहते हैं तो लड़ने की आवश्यकता नहीं है। हनुमान चालीसा का पाठ करने से शत्रु का भय नही होता विजय मिलती है।
पीपल वृक्ष के नीचे हनुमान चालीसा का पाठ करने से घर परिवार और नौकरी से जुड़ी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। जीवन में व्यापक सकारात्मक बदलाव आने लगता है।
जो पीपल वृक्ष के नीचे शिवलिंग स्थापित करता है और उस पर जल अर्पित करने के साथ पूजा पाठ करता है तो उसे और भी धन और यश का लाभ मिलने लगता है।
पेड़—पौधे,पर्वतों की पूजा का विशेष वर्णन है। व्यक्ति का भाग्य चमकने लगता है। पीपल का पौधा लगाने और उसकी सेवा करने वाले व्यक्ति की कुंडली के सभी ग्रह दोष समाप्त हो जाते हैं।
पीपल वृक्ष की पूजा अर्चना करने से शनि दोष से भी राहत मिलती है। पीपल की जड़ में प्रत्येक शनिवार को जल चढ़ाना चाहिए। इसके बाद वृक्ष की सात बार परिक्रमा करनी चाहिए।
दीपक जला कर कम से कम 11, 21 या 51 शनिवार तक अपनी श्रद्धानुसार पीपल वृक्ष के निचे चालीसा पाठ करने से शनिदेव होते है संतुष्ट एवं प्रफुल्लित करते हैं रक्षा।