क्या आपने मकोय का नाम सुना है? यह छोटा सा फल दिखने में टमाटर जैसा लगता है। हालांकि साइज में यह काफी छोटा होता है।
मकोय एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसे संस्कृत में काकमाची और हिंदी में मकोई यानी भटकोइंया नाम से जाना जाता है।
मकोय का सेवन फैटी लिवर, पीलिया और हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों में फायदेमंद होता है। यह लीवर को डिटॉक्स करके उसे स्वस्थ बनाए रखता है। इसके लिए मकोय के पत्तों का काढ़ा बनाकर दिन में 1-2 बार पिएं।
मकोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। गठिया के मरीजों के लिए यह बहुत फायदेमंद है।
मकोय पेट दर्द, कब्ज और अपच की समस्या को दूर करता है। यह आंतों की सूजन को कम करके गैस और एसिडिटी से राहत देता है। इसके लिए मकोय की पत्तियों को उबालकर उसका पानी पी सकते हैं।
मकोय खुजली, फोड़े-फुंसी, एक्जिमा और सोरायसिस जैसी समस्याओं में असरदार होता है। इसके पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं। मकोय के पत्तों का रस निकालकर प्रभावित त्वचा पर लगाएं।
मकोय किडनी को साफ करने में मदद करता है और पेशाब से जुड़ी समस्याओं को ठीक करता है। यह यूरिन इंफेक्शन और पथरी जैसी परेशानियों में फायदेमंद है। इसके लिए मकोय के बीजों का चूर्ण पानी के साथ लें।
इस छोटे से फल का सेवन है बड़ा कमाल, दूर हो जाती हैं कई समस्याएं। इसी तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें naidunia.com