Health Tips : आपके शरीर में पानी की कमी है, करें घरेलू उपाय


By Dheeraj Bajpai2023-04-12, 13:00 ISTnaidunia.com

पानी की कमी को पूरा करता है सोडियम

सोडियम शरीर के अंदर पानी की कमी को पूरा कर शरीर के अंगों से मस्तिष्क तक सूचनाओं के आदान-प्रदान में सहायक होता है।

मांसपेशियों से काम लेने में भूमिका अहम

मांसपेशियों के सही से काम करवाने में भी सोडियम की भूमिका अहम होती है। शरीर में सोडियम की कमी पूरा करने के लिए नमक प्रमुख स्रोत है।

नहीं होने दें सोडियम की कमी

मस्तिष्क कमजोर होता है। हमेशा सिर दर्द रहता है। मन में उलझन रहती है। थकान का भी अनुभव होता है।

चिड़चिड़ापन और भूलने का रोग

चिड़चिड़ापन और भूलने का रोग भी लग जाता है। रक्त में सोडियम की कमी के कारण से बेचैनी होती है।

सोडियम के प्राकृतिक स्रोत

सेब, अमरूद, एवोकैडो, पपीता, आम, कैम्बोला, अनानास, केला, खरबूजे और नाशपाती में प्राकृतिक सोडियम 1-8 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम के बीच होता है।

सोडियम की अधिकता का प्रभाव

शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ने का सीधा प्रभाव किडनी पर पड़ता है। शरीर को नित्य 0.5 ग्राम सोडियम की आवश्यकता है।

सोडियम के लिए इनको करें भोजन में शामिल

फल, सब्जियां, चेरी, नीम के ताजा पत्ते, कमलगट्टा, धनिया, सेब, लौकी, खीरा, पत्तागोभी, दालें आदि का सेवन करें।

शरीर में मैग्निशियम का प्रतिशत

शरीर में मैग्निशियम का 70 प्रतिशत हड्डियों में फास्फेट तथा कार्बोनेट के रूप में होता है। बाकी मांसपेशियों में कैल्शियम के साथ रहता है।

अंगूरों में मेसिक साइट्रिक व टार्टरिक अम्ल

अंगूरों में मेसिक साइट्रिक तथा टार्टरिक अम्ल प्राकृतिक रूप में होते हैंं। अंगूर में कुछ मात्रा में पोटेशियम, सोडियम तथा कैल्शियम भी होते है ।

सोडियम की कमी से होने वाले रोग

सोडियम की मात्रा ज्यादा बढ़ने पर ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। वहीं, इसकी कमी से कमजोरी, आंतों में रुकावट, पायरिया, हैजा भी हो सकता है।

नमक की मात्रा बढ़ने के नुकसान

नमक की मात्रा बढ़ने से उच्च रक्तचाप, ह्रदय रोग, सूजन, कार्डियक व किडनी फेल्योर नेफ्रोटिक सिंड्रोम, जुकाम जैसे रोग होते हैं।

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