health tips : आज से पहले आपको यह जानकारी नहीं होगी


By Dheeraj Bajpai2023-02-16, 16:48 ISTnaidunia.com

जल सदैव ताजा पीना चाहिए

चापाकल, कुएं जैसे प्राकृतिक स्रोत का ही जल पीने की आदत डालें। बोतलबंद (फ्रिज) बासी पानी अनेक रोगों का जनक है।

खाने के लिए सेंधा नमक सर्वश्रेष्ठ

सेंधा नमक के बाद काला नमक का स्थान आता है। सफेद नमक जहर के समान होता है।

जलन तो क्‍या फफोले भी नहीं पड़ेंगे

जलने पर आलू का रस, हल्दी, शहद, घृतकुमारी में कुछ भी लगाने पर जलन ठीक होने के साथ फफोले नहीं पड़ते हैं।

आप 'जहर' तो नहीं खा रहे?

सरसों, तिल, मूंगफली, सुरजमुखी या नारियल का तेल और देशी घी ही खाना चाहिए। रिफाइंड तेल और वनस्पति (डालडा) जहर के समान होता है।

खुजली, लाली और जलन होगी गायब

पैर के अंगूठे के नाखूनों को सरसों तेल से भिगोने पर आंखों की खुजली, लाली और जलन ठीक हो जाती है।

दर्द को भी खींचता है चुंबक

चोट, सूजन, दर्द, घाव, फोड़ा होने पर उसके ऊपर पांच से 20 मिनट तक चुंबक रखने से घाव जल्दी ठीक होता है।

इस उम्र के बच्‍चों से कराएं परहेज

14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों व किशोरों को मैदा (बिस्कुट, ब्रेड , समोसा आदि) कभी भी नहीं खिलाना चाहिए।

हृदयरोगी इन चीजों को न लें हल्‍के में

हृदयरोग के लिए अर्जुन की छाल, लौकी का रस, तुलसी, पुदीना, मौसमी, सेंधा नमक, गुड़, चोकरयुक्त आटा, छिलकेयुक्त अनाज औषधियां हैं।

ये 5 गलतियां आपको कर सकती हैं कंगाल