मनोरोगियों की व्‍यथा समझें, उन्‍हें चाहिए परिवार का प्‍यार और साथ


By Dheeraj Bajpai2023-05-18, 14:13 ISTnaidunia.com

कुछ तथ्य जानना आवश्यक

किसी भी रोग से बचाव, उपचार से बेहतर होता है। अतः मानसिक रोगों को लेकर कुछ तथ्य जानना आवश्यक है।

विचार, भावनाएं या लक्षण सामान्‍य

विचार, भावनाएं या लक्षण सामान्य तौर पर भी होते हैं। जब ये जीवन में बाधा डालने लगें तब इन्हें बीमारी माना जाता है।

उपचार झाड़-फूंक से नहीं

मनोरोग छुआछूत या भूत-बला से नहीं होते हैं। इसलिए इसका उपचार झाड़फूंक से नहीं, चिकित्सा से होता है।

परिवार करें पहल

अधिकतर मानसिक रोगी स्वयं यह नहीं समझ पाते कि उन्हें बीमारी है। अतः परिवार को पहल करनी चाहिए।

शुरुआती लक्षण

बीमारी के शुरुआती लक्षण जानें, जैसे नींद न आना, चिड़चिड़ाहट, घबराहट होना, किसी भी कार्य में रुचि न होना, व्यवहार में बदलाव आना।

मन भी बीमार पड़ सकता

मन भी बीमार पड़ सकता है। उसका उपचार होता है। मानसिक रोग किसी अन्य रोग की तरह ही एक बीमारी है।

जितना विलंब,उतना ही कष्‍ट

मनोरोगी के उपचार में जितना विलंब होगा उतना ही परिवार और मरीज के लिए कष्टदायक होगा।

यह मिथक है

मनोरोग के उपचार में उपयोगी दवाएं गर्मी करती हैं। दवाएं गर्मी नहीं करती। नींद न आने पर दवा लेनी पड़ती है।

... तो मनोचिकित्सक से क्यों नहीं

प्रत्‍येक रोग के विशेषज्ञ होते हैं तो मन की परेशानियों का उपचार मनोचिकित्सक से क्यों नहीं कराना चाहिए?

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