गर्मी में हीट वेव्स के चलते ही हीट स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है और ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही से मौत भी हो सकती है। हीट स्ट्रोक के इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें ।
उच्च शरीर का तापमान
104 डिग्री फारेनहाइट (40 डिग्री सेल्सियस) या उससे अधिक शरीर का तापमान हीट स्ट्रोक का एक सामान्य संकेत है। इस दौरान तत्काल डॉक्टर को दिखाएं।
दिल की धड़कन
हीट स्ट्रोक होने पर शरीर के उच्च तापमान की प्रतिक्रिया में दिल तेजी से धड़क सकता है। हार्ट बीट बढ़ने पर भी तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।
भ्रम की स्थिति
हीट स्ट्रोक होने पर मस्तिष्क भ्रम की स्थिति पैदा कर सकता है। समन्वय की कमी, भटकाव, क्रोध या चलने में लाचारी जैसे प्रमुख लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
सिरदर्द
तेज सिरदर्द साथ अक्सर चक्कर आना हीट स्ट्रोक का लक्षण है। डीहाइड्रेशन या केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर हीट स्ट्रोक के प्रभाव के कारण होता है।
मतली और उल्टी
हीट स्ट्रोक होने पर मतली और उल्टी की समस्या हो सकती है। थोड़ा सा भी तरल पदार्थ पेट में थमता नहीं है और तत्काल उल्टी हो जाना भी इसका प्रमुख लक्षण है।
मांसपेशियों में ऐंठन
हीट स्ट्रोक से मांसपेशियों में ऐंठन, कमजोरी या बेहोशी भी हो सकती है। यह व्यायाम के बाद गर्मी से संबंधित बीमारी के पहले संकेतों में से एक है।
हीट स्ट्रोक से बचाव
हीट स्ट्रोक से बचाव से लिए बर्फ के पानी से शरीर को पोछते रहे। हवादार कमरे में रखें। नींबू-नमक-चीनी का घोल पीते रहें। गर्दन, बगल और जांघ पर गीला कपड़ा रखें।