मौसम के बदलाव के साथ ही नई-नई बीमारियां आने लगती है। आइए जानते हैं बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम से राहत पाने के लिए कौन-सा देसी इलाज बेहद फायदेमंद होता है?
श्वसन तंत्र का इंफेक्शन होने पर जुकाम या नजला की समस्या होने लगती है। ये बीमारी छींकने और खांसने से आसानी से फैलती है।
जुकाम में दवाइयां लेना एक समझदारी भरा उपाय होता है। लेकिन घरेलू इलाजों से भी खांसी-जुकाम की इस समस्या से राहत मिल सकती है।
लहसुन में एंटी-वायरल, एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते है। खांसी-जुकाम की समस्या होने पर 6 से 8 लहसुन की कलियों को घी में भूनकर खाना चाहिए।
8 से 10 मुनक्कों को पानी में उबाल लें। इस दौरान जब पानी आधा रह जाए तो मुनक्कों को निकालकर खा लें और पानी को सेवन कर लें।
सुबह में गाय के शुद्ध देसी घी को पिघलाकर 1 से 2 बूंद नाक में डाल लें। इस उपाय को नियमित रूप से करते रहने से पुराना से पुराना नजला ठीक हो जाएगा।
सोते समय 2-2 बूंद बादाम रोगन या सरसों के तेल को नाक में डालकर सोने से इस तकलीफ में आराम मिल सकता है।
10 ग्राम हल्दी और अजवाइन को 1 कप पानी में डालकर पकाएं। पानी आधा रह जाने पर थोड़ा-सा गुड़ मिलाकर पिएं। ऐसा करने से नाक का पानी में बहना कम हो जाता है।