आजकल खराब लाइफस्टाइल और ज्यादा स्क्रीन के कारण लोगों को कम उम्र में ही चश्मे का सहारा लेना पड़ रहा है। 10 में से 8 लोगों को इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
आयुर्वेद और घरेलू उपचारों में कुछ खास प्राकृतिक तत्वों का सेवन आंखों की सेहत को बनाए रखने और रोशनी को बेहतर करने में सहायक माना गया है। इन्हीं में से एक है घी और काली मिर्च का मिश्रण।
घी में विटामिन ए, डी, के और ई भरपूर मात्रा में होता है। यह शरीर में पोषण की कमी को दूर करता है और सेल्स की ग्रोथ में मददगार है। इसे आयुर्वेदीक उपचार में भी खास जगह दी गई है।
आयुर्वेद में काली मिर्च का उपयोग औषधि बनाने के लिए किया जाता है। इसमें पिपरीन नामक तत्व होता है, जो पाचन क्रिया को सुधारने,शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ावा देने में मदद करता है।
आंखों की सेहत के लिए विटामिन ए अति आवश्यक होता है। यह रेटिना की कार्यक्षमता को बढ़ाता है और नाइट ब्लाइंडनेस से बचाने में मदद करता है।
काली मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा मौजूद होती है, जो फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है। ये फ्री रेडिकल्स आंखों की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते है।
घी और काली मिर्च पाचन तंत्र को मजबूत करने में मदद करता है। जब पाचन शक्ति अच्छी होती है, तो शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों को अवशोषण सही तरीके से होता है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य जानकारी पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।