वट सावित्री में ऐसे करें पूजा, पति की उम्र होगी लंबी


By Prakhar Pandey05, Jun 2024 04:50 PMnaidunia.com

वट सावित्री व्रत: ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को वट सावित्री व्रत की पूजा होती है। यह व्रत इस बार 6 जून को पड़ रहा है। इस व्रत में कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरुरी है।

वट सावित्री की कैसे करें पूजा?

वट वृक्ष में जल अर्पित करें और धूप, अगरबत्ती आदि जलाएं। अब वट वृक्ष के चारों तरफ सात बार कच्चा धागा लपेटते हुए परिक्रमा करें। अंत में, वट सावित्री व्रत की कथा सुनें।

इस व्रत में क्या खाना चाहिए?

वट सावित्री की पूजा के दौरान चना, पूड़ी और पुआ का भोग लगाना चाहिए। इसमें आम का मुरब्बा या गुड भी फलाहार के रुप में खा सकते हैं।

इन चीजों का करें परहेज

व्रत के दिन घर पर खाने में प्याज और लहसुन का तड़का नहीं लगाना चाहिए। इस दिन साधारण भोजन का ही सेवन करें।

पूजा में करें इन सामग्री का प्रयोग

इस दिन पूजा सामग्री में बरगद के फल, सावित्री और सत्यवान की मूर्ति, भिगोया हु्आ काला चना, कलावा, सफेद कच्चा सूत, रक्षासूत्र, बांस का पंखा, सवा मीटर का कपड़ा, लाल और पीले फूल,वट सावित्री व्रत कथा की पुस्तक आदि।

व्रत में क्या करें विशेष?

इस दिन बरगद का पौधा जरूर लगवाएं। इसे लगाने से पारिवारिक औक आर्थिक समस्या नहीं होगी। निर्धन सौभाग्यवती महिला को सुहाग की सामग्री का दान करें।

क्यों होती है बरगद की पूजा?

बरगद को देव वृक्ष माना जाता है। इसमें ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है। बाद में, श्री कृष्ण भी इस वृक्ष के पत्ते पर प्रकट हुए थे। तुलसीदास ने वट वृक्ष को तीर्थराज का छत्र कहा है।

वट सावित्री में ऐसे पूजा करने से पति की उम्र लंबी होती है।  एस्‍ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM

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