हिंदू धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी का बहुत महत्व है। पूरे देश में जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है। आइए जानते हैं कि वृंदावन में जन्माष्टमी का पर्व कैसे मनाया जाता है-
भगवान कृष्ण के जन्मस्थान मथुरा और वृंदावन में धूमधाम से जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस दिन वृंदावन के सारे मंदिरों को सजाया जाता है।
वृंदावन में जगह-जगह पर दही-हांडी के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें युवा और पुरुष मक्खन या दही भरे मटके को तोड़ते हैं।
इस दिन लोग वृंदावन के सारे मंदिरों में दर्शन के लिए जाते हैं और भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं और उनका आर्शीवाद लेते हैं।
इस दिन सारे मंदिरों में भजन और कीर्तन का कार्यक्रम होता है, जिसमें भक्त लोग हिस्सा लेते हैं और उसी में मग्न रहते हैं।
इस दिन बांके बिहारी मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है और इस मंदिर के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
इस दिन कई भक्त व्रत रखते हैं और आधी रात के समय में कृष्ण के जन्म होने के बाद ही व्रत को खोलते थे।
ऐसे वृंदावन में जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM