सनातन धर्म में महाकुंभ का विशेष महत्व है और यह हर 12 साल में आयोजित किया जाता है। आइए जानते हैं कि महाकुंभ में कितनी डुबकी लगाएं-
महाकुंभ में सबसे पहले स्नान करने का विशेषाधिकार नागा साधुओं का है, जो नियम सदियों से चला आ रहा है।नागा साधुओं को भगवान शिव के अनन्य भक्त होते हैं।
अगर शादीशुदा लोग महाकुंभ में जाने का विचार कर रहे हैं तो संगम में स्नान करते समय 5 डुबकी लगाएं। ऐसा करने से दांपत्य जीवन सुखी रहता है।
12 साल बाद लगने वाला महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी 2025 को होगी जिसका समापन 26 फरवरी 2025 को होगा। यह कुंभ इस साल काफी खास होने वाला है।
ऐसा कहा जाता है कि महाकुंभ में स्नान करने के बाद हनुमान जी और नाग वासुकी मंदिरों में दर्शन करें। इन मंदिरों के दर्शन बिना स्नान का पुण्य अधूरा माना जाता है।
महाकुंभ में कुल 6 शाही स्नान है, पहला शाही स्नान 13 जनवरी 2025 को होगा। शाही स्नान में डुबकी लगाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
महाकुंभ में स्नान व पूजा करने से कई गुना पुण्य फलों की प्राप्ति होती है और स्नान करने से पापों का नाश होता है।
महाकुंभ में पांच डुबकी लगाएं। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM