रुद्राक्ष को भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है, रुद्राक्ष कितने प्रकार के होते हैं। आइए जानते हैं, इस बारे में विस्तार से-
इस रूद्राक्ष को सबसे शक्तिशाली माना जाता है, क्योंकि यह भगवान शिव का प्रतीक है। इसे धारण करने से ध्यान और एकाग्रता बढ़ती है।
2 मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव और पार्वती का स्वरूप माना जाता है। इसको धारण करने से रिश्तों में मिठास और मानसिक शांति मिलती है।
3 मुखी रुद्राक्ष को अग्नि तत्व का प्रतीक माना जाता है। इसे पहनने से आत्मविश्वास बढ़ाने और नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा मिलता है।
यह सामान्य रुद्राक्ष होता है। इसलिए, इसे पंचमुखी कहते हैं, इस रुद्राक्ष को धारण करने से मन शांत और सेहत से जुड़ी समस्याएं दूर रहती हैं।
7 मुखी रुद्राक्ष को देवी लक्ष्मी का स्वरूप मानते हैं। इसे धारण करने से व्यक्ति के जीवन में धन संबंधी सभी परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
यह रुद्राक्ष देवी दुर्गा को समर्पित है। कहा जाता है कि इसे धारण करने से साहस, शक्ति और नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं।
यह भगवान हनुमान का प्रतीक माना जाता है। इसे पहनने से साहस और शक्ति मिलती है। साथ ही, प्रभु हनुमान की कृपा बनी रहती है।
रुदाक्ष कई तरह के होते हैं। इसलिए, अपनी जरूरत अनुसार ही इसे धारण करें। यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए दी गई है, ऐसी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें naidunia.com