तनाव कम करने के लिए दूध को कैफीन युक्त ड्रिंक से बेहतर माना जाता है। नियमित तौर पर दूध पीने से ओवरऑल हेल्थ को भी फायदा होता है।
दूध में ट्रिप्टोफैन नामक एमिनो एसिड पाया जाता है, जो सेरोटोनिन का उत्पाद बढ़ाने में मदद करता है। वहीं, सेरोटोनिन मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है।
दूध कैल्शियम का अच्छा स्रोत होता है। पर्याप्त मात्रा में दूध पीने से शरीर में तनाव बढ़ाने वाले हार्मोन कम होते हैं।
दूध में लैक्टिक एसिड पाया जाता है, जो पाचन को दुरुस्त करता है। पाचन तंत्र के सही से काम न करने की वजह से भी तनाव बढ़ता है।
रात के समय गर्म दूध पीने से नींद अच्छी आती है। साथ ही, अनिद्रा के कारण होने वाले तनाव से भी छुटकारा मिलता है।
दूध को डाइट में शामिल करने से मानसिक स्वास्थ्य को लाभ मिलता है। इसका नियमित सेवन करने से तनाव कम हो सकता है।
दूध पीने से बॉडी हाइड्रेट रहती है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि हाइड्रेशन की कमी के कारण भी तनाव का स्तर बढ़ जाता है।
सोते समय गर्म दूध पीने से शरीर को आराम मिलता है। साथ ही, बेवजह की चीजों का तनाव भी कम महसूस होता है।
यहां हमने जाना कि दूध पीने से तनाव कैसे कम होता है। ऐसी ही अन्य हेल्थ से जुड़ी तमाम खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ