तपती गर्मी में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगता हैं, ऐसे में वायु प्रदूषण से अस्थमा के मरीजों को दिक्कत आने लगती हैं। आइए जानते हैं एलर्जिक अस्थमा से कैसे बचें और ये क्या होता हैं?
अस्थमा से लोगों को सांस लेने में भी परेशानी आती हैं। साथ ही सांस लेने में तकलीफ भी होती हैं, इस परेशानी के चलते खांसी भी आने लगी हैं।
अस्थमा की बीमारी एलर्जी, स्ट्रेस, एंग्जायटी समेत अन्य सांस से जुड़ी शारीरिक समस्याएं अपने साथ ले आती हैं।
गर्मी के मौसम में हवा में कई ऐसे तत्व होते हैं जो प्रदूषक होते हैं और इससे सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती हैं। ह्यूमिडिटी के चलते सीने में दर्द हो, तो इसका विशेष ध्यान दें।
अस्थमा के मरीजों को कसरत करने की सलाह भी दी जाती हैं। लेकिन कुछ खास एक्सरसाइज एक्सपर्ट्स या किसी हेल्थ स्पेशलिस्ट से पूछ कर ही करनी चाहिए।
एयर पॉल्यूशन सभी के लिए खराब माना जाता हैं। ऐसे में अस्थमा के मरीजों को प्रदूषकों के संपर्क में नहीं आना चाहिए अन्यथा आपके फेफड़ों का इंफेक्शन पहुंच सकते हैं।
गर्मियों में कई तरह की एलर्जी का शरीर सामना करता हैं, जिससे आपको बुखार भी आ सकता हैं जो अस्थमा के लिए खतरनाक हो सकता हैं। कीड़े के काटने से भी अस्थमा का खतरा हो सकता हैं।
अस्थमा की स्थिति में अपने खानपान पर विशेष ध्यान दें। साथ ही बाहर निकले तो मुंह बांध कर निकले और जरूरी न हो तो धूल-धक्कड़ की जगहों पर जाना अवॉइड करें।