आज के दौर में आंखों की रोशनी कम होना एक आम बात की तरह हो गया है। बूढ़े तो छोड़ो, बच्चे से लेकर जवान तक में यह शिकायत देखने को मिलती है।
अगर शुरू में ही इसके लक्षण को पकड़कर सही समय पर इलाज कर लिया जाए, तो आंखों की रोशनी कम होने से बचा जा सकता है। इसके लिए सही खानपान जरूरी है।
आंखों की रोशनी को नियंत्रण में रखने के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना जरूरी है। खून की सफाई होती रहनी चाहिए, साथ ही विटामीन ए मिलना चाहिए।
एक्सपर्ट की मानें, तो ये सारे काम अकेले करेला ही कर सकता है। इसका सही तरीके से उपयोग किया जाए, तो यह इसके लिए कारगर साबित हो सकता है।
करेले के अन्दर विटामीन ए, विटामीन बी और विटामीन सी की प्रचुर मात्रा होती है। इसके अलावा आंखों के लिए कैरोटिन, जिंक, मैग्नीशियम देता है।
करेले के अंदर एंटी डायबिटीक गुण भी पाए जाते हैं। यह मधुमेह के लिए रामबाण औषधि के रूप में जाना जाता है। इसे छाया में सुखाकर पीसकर हर दिन खाली पेट एक चम्मच खाएं।
आयुर्वेद में इसे रक्त शोधक भी बताया गया है। यह खून की गंदगी और हानिकारक चीजों को निकालने का काम करता है। इसकी वजह से स्किन ग्लो करती है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।