By Ritesh Mishra06, Jan 2025 08:20 AMnaidunia.com

गीता के उपदेश वास्तव में भगवान कृष्ण द्वारा युद्ध के मैदान में अर्जुन को दिए गए ज्ञान हैं।

विदेशों में भी आत्मसात

भगवद गीता के सिद्धांत केवल भारत तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि विदेशों में भी यह पढ़ा और आत्मसात किया जा रहा है।

जीवन के खुशहाल का मंत्र

गीता में वर्णित है कि भगवान कृष्ण ने व्यक्ति को खुश रहने के कुछ तरीके बताए हैं। जानिए इसके बारे में-

छोड़ो यह आदत

अगर आपको जीवन में खुश रहना है तो, भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन से कहा है कि दूसरों की आलोचना करने से बचें। साथ ही बेवजह दूसरों की शिकायत करना भी छोड़ दें।

न करें तुलना

अगर किसी व्यक्ति को खुश रहना है तो ऐसे में अपनी तुलना दूसरों से करना छोड़ देना चाहिए। ऐसे करने से व्यक्ति खुश रहता है।

निस्वार्थ भाव से मदद

श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा था कि व्यक्ति को कोई भी कान निस्वार्थ भाव से करना चाहिए। यानी आपको किसी भी काम को बिना फल की इच्छा से करना चाहिए।

अतीत को न सोचे

जो बीत चुका है, उसे हम नहीं बदल सकते हैं। ऐसे में व्यक्ति को अतीत के बारे में ज्यादा नहीं सोचना चाहिए। अतीत को साथ लेकर चलने वाले लोग जीवन में सुखी नहीं रहते हैं।

शिकायत

शिकायत करने से भले ही आपको मन में अच्छा लगता हो, लेकिन इससे किसी भी समस्या का समाधान नहीं होता है। इसलिए शिकायत करने से बचें।

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