अक्सर लोगों को प्रेम में धोखा मिलता है, जिसकी वजह से वह खुद को संभालने में सक्षम नहीं होते हैं। प्रेम के मोह से निकलने में उन्हें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि गीता के अनुसार प्रेम के मोह से कैसे निकलें-
अगर किसी प्रकार से प्रेम में धोखा मिलता है,तो अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें तथा उसे पाने की कोशिश करे। समय के साथ उस मोह से खुद को निकालने का प्रयास करें।
गीता के अनुसार, प्रेम के मोह से निकलने के लिए प्यार में बिताएंगे पल को भूलना होगा और नेगेटिव विचारों को आने से रोकना होगा। अपने को मन शांत रखने के लिए अच्छे विचार लाएं। साथ ही, पॉजिटिव होकर आगे बढ़े
अगर किसी वजह से प्रेम के मोह से निकलने में परेशानी हो रही है या आप निकल नहीं पा रहे है तो भगवान का ध्यान करें इससे मन की शांति के साथ मोह से भी बाहर निकल सकते हैं।
गीता के अनुसार, अक्सर लोगों को प्यार में धोखा मिलने के बाद अकेले रहना पसंद करते हैं, लेकिन अकेले रहकर नेगेटिव विचारों के बारे में न सोचे बल्कि भविष्य के बारे में विचार करें।
प्रेम के मोह से निकलने के लिए अपना ध्यान किसी काम में लगाएं या अपने भविष्य के लिए नीति बनाएं। बार-बार वहां ध्यान जाने से परिवार के साथ अच्छा समय बिताएं
अक्सर लोग प्रेम में भावनाओं पर काबू नहीं कर पाते हैं, जिसकी वजह से वह जीवन से आगे में बढ़ाने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए मोह से निकलने के लिए भावनाओं पर काबू रखना जरुरी है।
इस तरह गीता के अनुसार प्रेम के मोह से निकल सकते हैं। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM