असमय मृत्यु न होती तो देश के प्रधानमंत्री बन सकते थे माधवराव सिंधिया


By anil Singh Tomar10, Mar 2023 01:42 PMnaidunia.com

कांग्रेस के बड़े नेताओं में थे शामिल

माधवराव सिंधिया को भी सरदार वल्लभभाई पटेल और प्रणब मुखर्जी के साथ उन बड़े नेताओं में शामिल किया जाता है जो अलग-अलग वजहों से प्रधानमंत्री नहीं बन पाए।

मनमोहन से कहीं ज्यादा थी लोकप्रियता

कांग्रेस में आम राय थी कि मनमोहन कम बोलते हैं और माधवराव उनसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि उन्होंने कांग्रेस के जितने चुनाव लड़े सबमें विजयी रहे।

अकेले ऐसे नेता जो सोनिया गांधी नहीं सोनिया कहते थे

कांग्रेस नेताओं में वह इकलौते ऐसे थे जो सोनिया गांधी को 'सोनिया' कहकर बुलाते थे। सोनिया भी उन्हें माधव कहती थीं और अक्सर उन्हें चाय या कॉफी पर बुलाती थीं।

सोनियां गांधी के थे भरोसेमंद

माधवराव सोनिया गांधी के भरोसेमंद थे । 1999 में सोनिया गांधी को ऐसे शख्स की तलाश थी जिस पर वह भरोसा कर सकें और मौका आने पर प्रधानमंत्री की कुर्सी दे सकें तो माधवराव का नाम सबसे आगे था।

राजीव गांधी की हत्या के बाद भी आगे आया नाम

21 मई 1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद भी टॉप पोस्ट के लिए माधवराव का नाम चर्चा में था। कई लोग ऐसा मानते थे कि वही राजीव के विजन और विरासत को आगे ले जा सकते थे।

सिंधिया के मंत्रालय में आते थे परफ्यूम, फूल के गिफ्ट

माधवराव की लोकप्रियता ऐसी थी कि शास्त्री भवन में उनके पर्सनल स्टाफ के पास देशभर से लगातार लेटर और परफ्यूम, फूल जैसे गिफ्ट आते रहते थे। सब पर एक नाम जरूर होता था 'जनता के महाराजा'।

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