आमतौर पर खांसी आना एक आम समस्या होता है, लेकिन यदि यही समस्या लंबे समय तक रहती है तो कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
यदि 8 सप्ताह से ज्यादा खांसी होती है तो इसे क्रोनिक कफ कहा जाता है। ऐसा होने पर मरीज को थकान महसूस होती है और नींद भी ठीक तरह से नहीं हो पाती है। थकान महसूस होती है।
क्रोनिक खांसी होने पर मरीज में बार-बार नाक बहना, सीने में दर्द होना, छाती से आवाज आना, खांसी के साथ खून निकलने जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं।
लगातार खांसी होने पर अस्थमा का खतरा भी बढ़ जाता है। अस्थमा की समस्या रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के कारण होती है। ऐसे में तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
साइनस की समस्या होने पर नाक बंद हो जाती है। नाक में बना अतिरिक्त म्यूकस गले की ओर खिसक जाता है। ऐसे में साइनस की समस्या और अधिक गंभीर हो सकती है।
संक्रमण के कारण भी खांसी लंबे समय तक रह सकती है। पुरानी खांसी के कारण लंग इंफेक्शन या टीबी का खतरा भी बढ़ जाता है।